इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर क्रिकेट जगत में विवाद बढ़ता जा रहा है। विराट कोहली और रोहित शर्मा इस नियम के खिलाफ हैं, जबकि BCCI के सचिव जय शाह इस पर अलग विचार रखते हैं। जियो सिनेमा से बात करते हुए, विराट कोहली ने स्पष्ट किया कि वह रोहित शर्मा से सहमत हैं। उन्होंने कहा, “मैं रोहित से सहमत हूं। एंटरटेनमेंट खेल का एक हिस्सा हो सकता है लेकिन इसमें कोई बैलेंस नहीं है। मैं सोचता हूं कि इसने गेम का बैलेंस खराब किया है और बहुत सारे लोग ऐसा सोच रहे हैं, मैं अकेला नहीं!”
रोहित शर्मा ने कुछ समय पहले एक पॉडकास्ट में इस नियम की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था, “मैं इसका बड़ा फैन नहीं हूं। यह ऑल राउंडर्स का नुकसान करेगा। क्रिकेट 11 लोग खेलते हैं, 12 नहीं।”
इस सीजन में बल्लेबाजों का दबदबा रहा है। आठ बार 250 से अधिक रन बन चुके हैं। पंजाब किंग्स ने कोलकाता के खिलाफ़ 262 रन का चेज़ आठ गेंद पहले ही कर लिया था, जो T20 इतिहास का सबसे बड़ा रन चेज़ है। सनराइजर्स ने इसी सीजन में RCB के खिलाफ़ बीस ओवर्स में 287 रन बनाए थे, जो फ्रैंचाइज़ क्रिकेट का सबसे बड़ा टोटल है।
विराट कोहली ने बोलर्स की स्थिति पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, “बोलर्स का हाल बुरा है। मैंने कभी ऐसा नहीं महसूस किया था जहां बोलर्स हर गेंद पर छक्का या चौका खाने की सोचें। हर टीम के पास बुमराह और राशिद या मिस्ट्री बोलर नहीं है। एक एक्स्ट्रा बैटर का होना ही वह कारण है कि मैं पावरप्ले में 200 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट से खेल रहा हूं।“
कोहली ने BCCI सेक्रेटरी जय शाह का भी जिक्र किया, जिन्होंने हाल ही में कहा था कि यह नियम एक टेस्ट केस है और IPL में इसके इस्तेमाल के लिए तमाम लोगों से बात की जाएगी। कोहली ने कहा, “मुझे यकीन है कि जय भाई पहले ही बोल चुके हैं कि वो इसका रिव्यू करेंगे। और मुझे यकीन है कि वह कोई उपाय निकालेंगे जिससे गेम में बैलेंस बना रहे। एक बल्लेबाज के रूप में मैं बोल सकता हूं कि ये नियम अच्छा है। लेकिन मैच रोमांचक होना चाहिए। क्रिकेट में सिर्फ़ चौके और छक्के ही रोमांचक नहीं होते। रोमांचक ये भी होता है कि आप 160 रन डिफेंड कर लें!”
तमाम खिलाड़ी इस नियम के खिलाफ़ अपनी राय रख चुके हैं। हालांकि अंतिम फैसला BCCI को ही लेना है। उम्मीद है कि अगले सीजन से IPL में इम्पैक्ट प्लेयर नियम देखने को नहीं मिलेगा।